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- कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi): Covid-19 महामारी पर हिंदी में निबंध
Updated On: September 02, 2024 06:39 pm IST
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कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 100, 200 और 500 शब्दों में
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कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 100 शब्दों में
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कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 200 शब्दों में
कोरोना वायरस पर निबंध (essay on coronavirus in hindi) 500 शब्दों में, covid-19 पर निबंध - प्रस्तावना, कोरोना वायरस की उत्पत्ति, कोरोना वायरस से बचाव के उपाय.
- अपने हाथों को बार-बार धोएं। हाथ धोने से कोरोना वायरस के फैलने का जोखिम कम हो जाता है। हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से धोना चाहिए। यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हैं, तो अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग किया जा सकता है।
- संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें। कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाले महीन बूंदों के माध्यम से फैलता है। यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में हैं जो संक्रमित है, तो अपने लक्षणों पर ध्यान दें और यदि आपके कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें। मास्क पहनने से कोरोना वायरस के फैलने से बचाव में मदद मिल सकती है।
- अपने चेहरे को छूने से बचें। अपने चेहरे को छूने से कोरोना वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है।
- स्वस्थ आहार खाएं, पर्याप्त नींद लें और नियमित रूप से व्यायाम करें।
- भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचें।
कोविड-19 पर लेख: निष्कर्ष
कोरोना वायरस पर हिंदी में 10 लाइन में संक्षिप्त लेख (essay on coronavirus in 10 lines in hindi).
- कोरोना वायरस उन वायरस के समूह से है जो बहुत तेजी से संक्रमित करते हैं।
- कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई जहां इसे इंसानों ने बनाया।
- भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला जनवरी 2020 में सामने आया था।
- कोरोना वायरस खांसने और छींकने से फैलता है और खांसते और छींकते समय हमें अपना मुंह और नाक ढक लेना चाहिए।
- हमें अपनी सुरक्षा के लिए मास्क पहनना चाहिए और अपने हाथों को नियमित रूप से साफ करना चाहिए।
- हमारी सुरक्षा के लिए, सरकार ने इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश को बंद कर दिया था।
- कोरोना वायरस के कारण स्कूल को ऑनलाइन कर दिया गया था और छात्र घर से पढ़ाई करते थे।
- कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में सभी लोग घर पर थे।
- इस दौरान बहुत से लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ खूब समय बिताया।
- खुद को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से हाथ धोना और चेहरे पर मास्क पहनना बहुत जरूरी है।
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Cuet pg 2024 me university me course agrometeorology hai onake namaste batao
Here are some of the universities that offer Agrometeorology courses for CUET PG -
- Banaras Hindu University (BHU) offers a master's degree in Agrometeorology focusing on the impact of the weather and climate on agriculture.
- Dr Rajendra Prasad Central Agricultural University (RPCAU) is situated in Bihar and offers Postgraduate courses in Agricultural Meteorology.
- Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University (CCSHAU) offers a specialized course in Agricultural Meteorology at the PG level.
- Indira Gandhi Krishi Vishwavidyalaya (IGKV) is located in Raipur and offers courses related to Agrometeorology.
- Punjab Agricultural University (PAU) provides PG courses in the field of Agrometerology.
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COVID-19: जीवन के सबक सिखाता कोरोना काल
कोरोना से बचाव के लिए देश में लॉकडाउन 3 का समय चल रहा है, भयानक वैश्विक आपदा के तौर पर पूरी दुनिया के सामने एकाएक आए कोरोना वायरस संक्रमण ने आज हम लोगों को जिंदगी के बेहद कटु व अच्छे अनमोल सबक सीखने पर मजबूर कर दिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए दुनिया की अधिकांश आबादी पिछ़ले लम्बे समय से अपने घरों में कैद होकर रह गयी है, वहीं इस आपदा के दौरान दुनिया भर में प्राकृतिक और भौगोलिक स्तर पर बहुत सारे सबक व सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं। आज धरती के अधिकांश भू-भाग में हर तरफ बेहद शांति है, अधिकांश ऑफिस व कल-कारखाने पूर्ण या आंशिक रूप से बंद है। ऐसे समय में धरती पर जो पहले नहीं हुआ था उसके तरह-तरह प्राकृतिक नजारें देखने को मिल रहे हैं। दुनिया में इस वक्त प्रकृति या इंसान के द्वारा उत्पन्न वायरस के चलते हर तरफ जीवन-मरण के संघर्ष की अजीब स्थिति कायम हो गयी हैं, संकट के इस काल में हमारे जीवन में कई ऐसी नई संभावनाएं भी पैदा हो गई हैं, जिनसे आने वाले समय में विश्व में कई महत्वपूर्ण बदलावों की उम्मीद की जा सकती है।
हमारा देश भी इस समय कोरोना आपदा के गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है, कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 50 हजार पार हो गयी है, हमारे यहां कोरोना संकट के बीच सबसे ज्यादा दबाव लोगों की जान बचाने वाले डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कोरोना वारियर्स पर है। देश में कई जगह तो अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए डॉक्टर, नर्स व कोरोना वारियर्स खुद संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, देश में कुछ जगह हम लोगों की जान बचाने वाले कोरोना वारियर्स पर हमला तक हो रहा है जो कुछ ओछे लोगों की ओछी सोच को दर्शाता है। आज के दौर में सबसे पहला महत्वपूर्ण सबक तो यहीं है कि हमको देश के चिकित्सा सिस्टम को आपदा के लिए तैयार करके बेहतरीन बनाना होगा। कोरोना संक्रमण पर विश्व भर की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार विश्व के अधिकांश वैज्ञानिक समुदाय का मानना है कि जब तक कोरोना वायरस की कोई दवा या वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक इस वायरस के संक्रमण को पूरी तरह रोक कर रखना बहुत बड़ी चुनौती है। लोगों के रोजमर्रा के व्यवहार में बदलाव लाये बिना आने वाले समय में वायरस के प्रकोप को सीमित करके नियंत्रण करना असंभव है। हम लोगों को इस वायरस के साथ सुरक्षा के उपाय करके जीना सीखना होगा।
देश में कुछ छूट के साथ लॉकडाउन 3 का दौर जारी है। इसमें भी देश में हर तरफ सड़कें एकदम सूनी पड़ी हैं। अधिकांश कामकाज एकदम ठप पड़ा है। समझदार लोग घरों में रहकर लॉकडाउन खुलने का व वायरस का प्रकोप कम होने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन कोरोना काल में एक बात यह भी तय हो गयी है कि एक वायरस दुनिया को जिंदगी के अलग-अलग तरह के अनमोल सबक भी सिखा रहा है, जिस तरह से वायरस से बचाव के लिए देश में लॉकडाउन लागू किया है उसने आज देश में बिल्कुल ही एक अलग तरह की स्थिति उत्पन्न कर दी हैं, जिस तरह से देश के लोगों को लॉकडाउन वन व टू काल बहुत कुछ सिखा गया और अब लॉकडाउन थ्री का काल चल रहा है वो भी हम लोगों को जिंदगी के बहुत बड़े सबक सिखा कर जायेगा। देश में आने वाले समय में बहुत बड़े बदलाव नजर आयेंगे।
हम लोगों के जीवन में लॉकडाउन का सबसे बड़ा सबक यह है कि जिस प्रदूषण को कम करने के बारे में अरबों रुपये खर्च करने के बाद भी हमारे व सरकार के प्रयास नाकाफी पड़ रहे थे, आज उस प्रदूषण को लॉकडाउन ने आश्चर्यजनक रूप से एकाएक नियंत्रित कर दिया है। लॉकडाउन के बीच सबसे अच्छी ख़बर यह आई है कि लॉकडाउन की वजह से भारत की राजधानी दिल्ली समेत देश के तमाम दूसरे शहरों में वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण में अप्रत्याशित रूप से भारी कमी आयी है, जिस तरह से गंगा, यमुना, हिंड़न, नर्मदा आदि नदियों को हम हजारों करोड़ों रुपये सालाना खर्च करके भी स्वच्छ नहीं कर पा रहे थे, उसको लॉकडाउन के चंद दिनों ने स्वच्छ व निर्मल बनाकर साफ कर दिया। जिस दिल्ली में प्रदूषण के चलते आसमान में धूल व धूएं के गुब्बार के अलावा और कुछ नज़र नहीं आता था आज उस दिल्ली के नीले आसमान में टिमटिमाते तारों का समूह नजर आते है, सबसे बड़ी बात यह है कि प्रदूषण न होने के चलते उस दिल्ली में लगभग 20 वर्ष बाद 17 अप्रैल की सांय को आधा-अधूरा इंद्रधनुष बनता हुआ नज़र आया था। दिल्ली के प्रदूषण पर अगर प्रदूषण विभाग के आँकड़ों की बात करें तो दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर वर्ष 2018 और वर्ष 2019 के दौरान 5 अप्रैल को पीएम 2.5 का स्तर तीन सौ से ऊपर था जो इस वर्ष लॉकडाउन की वजह से गिरकर बेहद कम औसतन 101 के स्तर पर आ गया था।
वहीं वैज्ञानिकों के अनुसार सब कुछ बंद होने के चलते पृथ्वी के कंपन में भी आश्चर्यजनक रूप से कमी आयी है लॉकडाउन के पहले जहां धरती बहुत अधिक काँपती थी, लेकिन अब उसमें एकाएक बहुत कमी आई है। वैज्ञानिकों की मानें तो इससे काफी फायदा हुआ है, अब छोटे स्तर के भूकंपों का भी पता लगाना आसान हो गया है, जबकि इसके पहले ऐसा करने में मुश्किल आती थी। वहीं देश में सब कुछ बंद होने के चलते ध्वनि प्रदूषण में भी बहुत अधिक कमी आयी है, देशवासी को शोरगुल से फिलहाल निजात मिली हुई है। वो बिना शोरशराबे के चैन से रहना सीख रहे हैं। लॉकडाउन के चलते हम लोगों की दिनचर्या पूर्ण रूप से परिवर्तित हो गयी है। सामान्य दिनों की दिनचर्या से जब हम हटकर कोई काम करते हैं तो उसका प्रभाव हमारे जीवन में अवश्य दिखाई पड़ता है। देश में कुछ ऐसा ही प्रभाव दिखाई दिया है, इस कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन के काल के दौरान। कुछ लोग तो अपने घरों में रहकर ही ऑनलाइन अपने रोजमर्रा के कार्य को बखूबी कर रहे है, जिससे देश में आने वाले समय में वर्क टू होम की कल्चर को बढ़ावा मिलेगा। कुछ लोगों को अपनी शराब पीने व गुटखा खाने जैसी गंदी आदतों से पूर्ण रूप से छुटकारा मिल रहा है, बेवजह के खर्चों पर लगाम लग रही है। कुछ लोग हर समय अपनी दुनिया में व्यस्त रहते थे वो लोग अब परिवार के लिए आजकल अपनी आदतों में बदलाव करके मां, बाप, भाई, बहन, पत्नी, बच्चों के साथ खुश है और उनको भरपूर समय देने के लिए इस अवसर का पूरा सदुपयोग कर रहे है। वहीं अपनी दुनिया में मस्त रहने वाली देश की युवा पीढी को रिश्ते-नातें निभाने का ज्ञान करवा गया यह लॉकडाउन का काल।
हर आपदा जीवन बचाने के लिए लोगों को एकजुट करके संगठित करने का काम करती है कोरोना काल ने भी वहीं कमाल किया है कभी पड़ोसियों से बात तक ना करने वाले लोग आज आसपास में घर की बालकनी में खड़े होकर रिश्तों की मिठास बढ़ा रहे है। देश में अपराध नाम मात्र के लिए रह गया है, हर तरह के प्रदूषण के ग्राफ में भी एकाएक बहुत गिरावट आयी है, देश में रोजाना कचरें के निकलने वाले ढे़रों का ग्राफ बहुत कम हुआ है। लोगों में अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता का बढ़ावा हुआ है। लोगों ने अपनी जिम्मेदारी समझना शुरू किया है, लापरवाही पूर्ण नज़रिए में कमी आयी है। फिलहाल एकतरफ इंसान जहां अपने घरों में रहने को मजबूर है, वहीं दूसरी तरफ देश में ऐसे में वन्यजीवों को काफी सुकून मिला है। देश के कई हिस्सों में ऐसे दुर्लभ नज़ारे देखने को मिले हैं जहां वन्य जीव हिरन, हाथी, बारहसिंगा, तेदुआं आदि सड़कों पर व आबादी के बीच निकलकर बेखौफ होकर घूम रहे हैं। प्रकृति तरह-तरह के खूबसूरत नजारे दिखा रही है।
आपदाकाल में शैक्षणिक व्यवस्था में अमूलचूल परिवर्तन होता नजर आ रहा है। देश में स्कूल और यूनिवर्सिटी इस बात की कोशिश में हैं कि आने वाले समय में पढ़ाई के तौर-तरीकों को बदला जाए। ऑनलाइन वर्चुअल क्लासेज का इस्तेमाल एकाएक बहुत तेज़ी के साथ बढ़ रहा है। आने वाले समय में कोरोना संक्रमण फैलने के भय के चलते भविष्य में भी लोगों को भीड़-भाड़ वाले मार्केट्स, रेस्टोरेंट और मॉल्स में जाने से रोकेगी, लोग ऑनलाइन शॉपिंग करने में और तेजी लायेंगे। कोरोना वायरस ने देश के घर-घर में साफ-सफाई और हाइजीन की अहमियत को सिखा दिया है, क्योंकि भारत में अभी तक हाइजीन के स्टैंडर्ड विकसित देशों की तरह नहीं थे, लेकिन आज व आने वालें समय में इसमें बहुत ही तेजी से सकारात्मक बदलाव आता दिख रहा है, देशवासी अब साफ-सफाई के महत्व को समझ रहे हैं और भविष्य में इन चीजों को लेकर वो बहुत ज्यादा सतर्क रहेंगे। आने वाले समय में लोग सड़कों पर थूकने वाले लोगों को ठोकना शुरू कर देंगे।
कोरोना काल ने सच पूछो तो अंधाधुंध भागती दुनिया को एकाएक रोकर आराम से यह सोचने का मौका दिया है कि भविष्य में इंसान व इंसानियत के लिए क्या जरूरी है और क्या जरूरी नहीं है। आज एक वायरस ने दुनिया को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि पैसा कमाने की कभी खत्म नहीं होने वाली दौड़ और विनाश की तर्ज पर अंधाधुंध विकास की अंधी दौड़ होना दुनिया के हित में ठीक नहीं है। आपदा के वक्त में लोगों में इंसानियत बढ़ी है। कोरोना व लॉकडाउन का यह काल जिंदगी का सबसे बड़ा यह सबक हम लोगों को देकर गया है कि अगर व्यक्ति में संतोष का भाव है तो वो बेहद सीमित संसाधनों में परिवार के साथ रह कर आपसी भाईचारे व प्यार मोहब्बत से खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकता है। कोरोना ने हम लोगों को सिखा दिया है कि "जान है तब ही जहान है" बाकी सब मिथ्या है।
(इस लेख में व्यक्त विचार, लेखक के निजी विचार हैं. आलेख में दी गई किसी भी सूचना की तथ्यात्मकता, सटीकता, संपूर्णता, अथवा सच्चाई के प्रति Oneindia उत्तरदायी नहीं है।)
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उभरते श्वसन वायरस COVID-19 के सहित: पता लगाने, रोकथाम, प्रतिक्रिया और नियंत्रण के लिए तरीके
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कोरोनवायरस ऐसे वायरस परिवार से है जो सामान्य जुकाम से लेकर गंभीर स्वरूप की बीमारि जैसे की मिडल ईस्ट रिस्पेरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस (Middle East Respiratory Syndrome- MERS) और सीवियर एक्यूट रिस्पेरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस (Severe Acute Respiratory Syndrome- SARS) का कारण बनता है।
नोवल कोरोनावायरस (COVID-19) की पहचान चीन के वुहान में 2019 में हुई थी। यह एक नया कोरोनोवायरस है जिसे मनुष्यों में पहले कभी नहीं देखा गया था।
यह कोर्स COVID-19 और उभरते हुए श्वसन सम्बन्धी वायरस के बारेमें एक सामान्य परिचय प्रदान करता है और सार्वजनिक स्वास्थ्य पेशेवरों, घटना प्रबंधकों / अधिकारी और संयुक्त राष्ट्र (UN), अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और गैर सरकारी संगठनों (NGO) के लिए काम करने वाले कर्मचारियों के लिए अभिप्रेत है।
चूंकि भौतिक निर्माण के बाद आधिकारिक रोग का नाम स्थापित किया गया था, nCoV का कोई भी उल्लेख COVID-19 को संदर्भित करता है, जो हाल ही में खोजे गए कोरोनावायरस के कारण होने वाला संक्रामक रोग है।
कृपया ध्यान दें कि इस पाठ्यक्रम की सामग्री को वर्तमान में नवीनतम मार्गदर्शन को दर्शाने के लिए संशोधित किया जा रहा है। आप निम्न पाठ्यक्रमों में कुछ COVID-19-संबंधित विषयों पर अद्यतन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं: टीकाकरण: COVID-19 वैक्सीन चैनल आईपीसी उपाय: * COVID-19 के लिए आईपीसी एंटीजन रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्टिंग: 1) SARS-CoV-2 एंटीजन रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्टिंग ; 2) SARS-CoV-2 एंटीजन RDT कार्यान्वयन के लिए मुख्य विचार
कृपया ध्यान दें: इन सामग्रियों को 03/03/2020 को लॉन्च किया गया था।
Course contents
मॉड्यूल ए: उभरते श्वसन वायरस का परिचय, covid-19 के सहित:, मॉड्यूल बी: covid-19 सहित उभरते श्वसन वायरस का पता लगाना: निगरानी और प्रयोगशाला जांच:, मॉड्यूल सी: जोखिम की सूचना और सामुदायिक सहभाग :, मॉड्यूल डी: उभरते हुए श्वसन वायरस की रोकथाम और सामना करना, जिसमें covid-19 भी शामिल है:, enroll me for this course, certificate requirements.
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- School Education /
Essay On Covid-19: 100, 200 and 300 Words
- Updated on
- Apr 30, 2024
COVID-19, also known as the Coronavirus, is a global pandemic that has affected people all around the world. It first emerged in a lab in Wuhan, China, in late 2019 and quickly spread to countries around the world. This virus was reportedly caused by SARS-CoV-2. Since then, it has spread rapidly to many countries, causing widespread illness and impacting our lives in numerous ways. This blog talks about the details of this virus and also drafts an essay on COVID-19 in 100, 200 and 300 words for students and professionals.
Table of Contents
- 1 Essay On COVID-19 in English 100 Words
- 2 Essay On COVID-19 in 200 Words
- 3 Essay On COVID-19 in 300 Words
- 4 Short Essay on Covid-19
Essay On COVID-19 in English 100 Words
COVID-19, also known as the coronavirus, is a global pandemic. It started in late 2019 and has affected people all around the world. The virus spreads very quickly through someone’s sneeze and respiratory issues.
COVID-19 has had a significant impact on our lives, with lockdowns, travel restrictions, and changes in daily routines. To prevent the spread of COVID-19, we should wear masks, practice social distancing, and wash our hands frequently.
People should follow social distancing and other safety guidelines and also learn the tricks to be safe stay healthy and work the whole challenging time.
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Essay On COVID-19 in 200 Words
COVID-19 also known as coronavirus, became a global health crisis in early 2020 and impacted mankind around the world. This virus is said to have originated in Wuhan, China in late 2019. It belongs to the coronavirus family and causes flu-like symptoms. It impacted the healthcare systems, economies and the daily lives of people all over the world.
The most crucial aspect of COVID-19 is its highly spreadable nature. It is a communicable disease that spreads through various means such as coughs from infected persons, sneezes and communication. Due to its easy transmission leading to its outbreaks, there were many measures taken by the government from all over the world such as Lockdowns, Social Distancing, and wearing masks.
There are many changes throughout the economic systems, and also in daily routines. Other measures such as schools opting for Online schooling, Remote work options available and restrictions on travel throughout the country and internationally. Subsequently, to cure and top its outbreak, the government started its vaccine campaigns, and other preventive measures.
In conclusion, COVID-19 tested the patience and resilience of the mankind. This pandemic has taught people the importance of patience, effort and humbleness.
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Essay On COVID-19 in 300 Words
COVID-19, also known as the coronavirus, is a serious and contagious disease that has affected people worldwide. It was first discovered in late 2019 in Cina and then got spread in the whole world. It had a major impact on people’s life, their school, work and daily lives.
COVID-19 is primarily transmitted from person to person through respiratory droplets produced and through sneezes, and coughs of an infected person. It can spread to thousands of people because of its highly contagious nature. To cure the widespread of this virus, there are thousands of steps taken by the people and the government.
Wearing masks is one of the essential precautions to prevent the virus from spreading. Social distancing is another vital practice, which involves maintaining a safe distance from others to minimize close contact.
Very frequent handwashing is also very important to stop the spread of this virus. Proper hand hygiene can help remove any potential virus particles from our hands, reducing the risk of infection.
In conclusion, the Coronavirus has changed people’s perspective on living. It has also changed people’s way of interacting and how to live. To deal with this virus, it is very important to follow the important guidelines such as masks, social distancing and techniques to wash your hands. Getting vaccinated is also very important to go back to normal life and cure this virus completely.
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Short Essay on Covid-19
Please find below a sample of a short essay on Covid-19 for school students:
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to write an essay on COVID-19, understand your word limit and make sure to cover all the stages and symptoms of this disease. You need to highlight all the challenges and impacts of COVID-19. Do not forget to conclude your essay with positive precautionary measures.
Writing an essay on COVID-19 in 200 words requires you to cover all the challenges, impacts and precautions of this disease. You don’t need to describe all of these factors in brief, but make sure to add as many options as your word limit allows.
The full form for COVID-19 is Corona Virus Disease of 2019.
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Hence, we hope that this blog has assisted you in comprehending with an essay on COVID-19. For more information on such interesting topics, visit our essay writing page and follow Leverage Edu.
Simran Popli
An avid writer and a creative person. With an experience of 1.5 years content writing, Simran has worked with different areas. From medical to working in a marketing agency with different clients to Ed-tech company, the journey has been diverse. Creative, vivacious and patient are the words that describe her personality.
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10 Lines on Hindi Diwas: हिंदी दिवस पर निबंध कैसे लिखें? ये 300 शब्द लिखकर जीत लें इनाम
Hindi diwas par nibandh hindi me: 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर स्कूल, कॉलेजों में कई कार्यक्रम होते हैं, जिनमें से निबंध प्रतियोगिता भी एक है। अगर आपको भी हिंदी दिवस पर निबंध लिखना है, तो ये लेख आपके लिए ही है। इसके अलावा, इसमें बताई गई बातें आपको हिंदी दिवस पर भाषण देने में भी मदद करेंगी।.
हिंदी दिवस कब मनाया जाता है?
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन 1949 में, भारतीय संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। हिंदी दिवस का उद्देश्य हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करना और उसके प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। यह दिन हमें हिंदी के महत्व और इसके प्रति हमारी जिम्मेदारी की याद दिलाता है। हिंदी हमारी अखंडता को बनाए रखने का एक माध्यम भी है। (फोटो- Freepik)
हिंदी भाषा का महत्व
हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है। यह हमें हमारे समृद्ध इतिहास, साहित्य और परंपराओं से जोड़ती है। हिंदी दुनिया भर में करोड़ों लोगों द्वारा बोली जाती है, जो इसे दुनिया की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक बनाता है। हिंदी हमारी राष्ट्रीय एकता को मजबूत बनाती है और हमें विश्व में एक अलग पहचान दिलाती है।
हिंदी को 14 सितंबर 1949 को भारत की राजभाषा का दर्जा मिला था। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को देवनागरी लिपि में राजभाषा के रूप में मान्यता दी गई। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हिंदी ने देश को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई थी। (फोटो- Freepik)
हमारे साहित्य में हिंदी का योगदान
हिंदी ने भारतीय साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हिंदी के कवियों में प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, भारतेंदु हरिश्चंद्र, तुलसीदास, सूरदास और मीराबाई जैसे प्रसिद्ध लेखक और कवि शामिल हैं। उनके कार्यों ने भारतीय समाज और संस्कृति की हमारी समझ को आकार दिया है। हिंदी साहित्य हमें जीवन के मूल्यों और आदर्शों की शिक्षा देता है। हिंदी देश के विभिन्न राज्यों, संस्कृतियों और धर्मों को जोड़ने वाली भाषा है। हिंदी साहित्य, कला, संगीत और सिनेमा का महत्वपूर्ण स्तंभ है। (फोटो- Freepik)
आधुनिक युग में हिंदी का प्रयोग
आज के डिजिटल युग में भी हिंदी फल-फूल रही है। हिंदी भाषा को विभिन्न देशों द्वारा भी अपनाया गया है, जिनमें नेपाल, भूटान और मॉरीशस शामिल हैं। हिंदी हमें विश्व में एक अलग पहचान दिलाती है और हमारी संस्कृति को पूरे विश्व में फैलाती है। हिंदी का इंटरनेट, सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपयोग बढ़ता जा रहा है। हिंदी फिल्मों और गीतों के माध्यम से इसको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता मिल रही है। (फोटो- Freepik)
मिलकर मनाएं हिंदी दिवस
हिंदी दिवस मनाते हुए हमें अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। आइए, हम हिंदी को भविष्य की पीढ़ियों के लिए बढ़ावा देने का प्रयास करें। हिंदी दिवस हमें हमारी भाषा और संस्कृति की विरासत की याद दिलाता है। हमें हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान देना चाहिए। हिंदी में अधिक से अधिक लेखन, पठन-पाठन और संवाद करें। अपनी मातृभाषा को गर्व से अपनाएं और नई पीढ़ी को इससे जोड़ें। हमें हिंदी का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए और इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। (फोटो- Freepik)
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Hindi Diwas Essay: हिंदी दिवस पर निबंध कैसे लिखें? 100, 250, 500 शब्दों में निबंध प्रारूप
Hindi Diwas 2024 Essay in Hindi: इस बात में कोई दो राय नहीं है कि हिंदी भाषा भारतीयों की पहचान का हिस्सा है। भारत में यूं तो कई भाषाएं और बोलियां बोली जाती है लेकिन जो दर्जा हिंदी को मिला है वो अहम है। भाषाई विविधता के जश्न के रूप में प्रति वर्ष हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन हमारे देश की मातृभाषा हिंदी के महत्व को समझाने और उसे सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
हिंदी हमारी पहचान है और करोड़ों भारतीयों को इस पर गर्व है। हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा 14 सितंबर 1949 को मिला था। इसलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी न केवल भारत में बल्कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी बोली जाती है। हमारे विद्यालयों में भी हिंदी दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जैसे निबंध लेखन, कविता पाठ, भाषण और अन्य प्रतियोगिताओं का विशेष रूप में आयोजन किया जाता है।
बच्चों को हिंदी भाषा के महत्व और उसकी सुंदरता को समझाने के लिए यह दिन विशेष होता है। इस अवसर पर स्कूलों में विभिन्न प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, निबंध लेखन और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। यदि आप भी स्कूल में हिंदी दिवस पर निबंध लेखन प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं तो इस लेख से संदर्भ ले सकते हैं।
इस लेख में स्कूली बच्चों की सहायता के लिए 100, 250 और 500 शब्दों में हिंदी दिवस पर निबंध लेखन के कुछ प्रारूप प्रस्तुत किए हैं। इस लेख में तीन अलग-अलग हिंदी दिवस निबंध प्रारूप प्रस्तुत किए जा रहे हैं जो स्कूली छात्रों को हिंदी दिवस के महत्व को समझाने में मदद करेंगे। स्कूली छात्रों के लिए हिंदी दिवस पर निबंध (Hindi Diwas Essay) नीचे दिये गये हैं। ये निबंध हिंदी दिवस के महत्व को सरल और स्पष्ट तरीके से समझाने में मदद करते हैं।
हिंदी दिवस 2024 पर 100, 250, 500 शब्दों में आसान निबंध प्रारूप नीचे दिये गये हैं-
निबंध 1 (100 शब्दों में ): हिंदी दिवस कब मनाया जाता है और क्यों?
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व के प्रचार एवं प्रसार के लिए मनाया जाता है। हिंदी हमारी मातृभाषा है और इसे हमें सम्मान देना चाहिये। भारत के करोड़ों लोग अपनी बोल चाल की भाषा में हिंदी भाषा का उपयोग करते हैं। भारत में कई भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला हुआ है। इसका अर्थ है कि भारत सरकार ने कामकाज की भाषा के रूप में हिंदी को विशेष स्थान दिया है। हमें गर्व होना चाहिये कि हमारी एक समृद्ध और प्राचीन भाषा है, जिसे हम हिंदी कहते हैं। यह हमारे देश की पहचान है।
निबंध 2 (250 शब्दों में): हिंदी भाषा भारत की सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न अंग
प्रति वर्ष 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस मनाते हैं। हिंदी दिवस, हिंदी के महत्व को समझाने और उसे प्रचारित करने के लिए समर्पित है। हिंदी को 14 सितंबर 1949 को भारत की राजभाषा का दर्जा मिला। हिंदी देश की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है और यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न अंग है। हिंदी न केवल भारत में बल्कि नेपाल, मॉरीशस, फिजी और अन्य देशों में भी बोली जाती है।
हिंदी दिवस पर स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है। स्कूलों, कॉलेजों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों द्वारा छात्र-छात्राओं में हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता को बढ़ाने के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी न केवल एक भाषा है, बल्कि यह हमारे देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है। हमें हिंदी भाषा को गर्व से बोलना चाहिये और इसे और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए बढ़ावा देना चाहिये। हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए हमें सभी क्षेत्रों में इसे अपनाना चाहिये और इसके महत्व को समझना चाहिये।
निबंध 3 (500 शब्दों में): हिंदी दिवस और हिंदी भाषा का महत्व
हिंदी दिवस भारत में हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत की राजभाषा हिंदी के सम्मान और उसके महत्व को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। हिंदी भाषा का इतिहास बहुत पुराना है और इसका भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान है। हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है जो देश के अधिकांश हिस्सों में बोली और समझी जाती है।
हिंदी को 14 सितंबर 1949 को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया गया था। इसलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य हिंदी को न केवल सरकारी कार्यों में बल्कि आम जीवन में भी अधिक से अधिक प्रयोग में लाना है। हिंदी दिवस पर कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी भाषा के प्रति जागरूक करना और उसकी उपयोगिता को बढ़ावा देना है।
आज के समय में अंग्रेजी भाषा का बढ़ता हुआ प्रभाव देखा जा सकता है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिये कि हिंदी हमारी पहचान है। हमें गर्व होना चाहिये कि हम एक ऐसी समृद्ध भाषा बोलते हैं, जो हमारे देश की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती है। हिंदी दिवस के उत्सव से हम यह समझने में सहायता मिलती है कि भाषा केवल संवाद का साधन नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपरा और पहचान का प्रतीक है।
इसलिए, हमें हिंदी भाषा के महत्व को समझना चाहिये और इसे गर्व से बोलना चाहिये। हिंदी को बढ़ावा देने के लिए हम अपने स्तर पर भी प्रयास कर सकते हैं। हम इसे अपने दैनिक जीवन में अधिक से अधिक उपयोग कर सकते हैं। हिंदी दिवस हमें यह प्रण लेना चाहिये कि हम अपनी हिंदी भाषा का सम्मान करेंगे और इसे आगे बढ़ाने में अपना भरपूर योगदान देंगे।
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मेरा परिचय पर निबंध (Essay On Myself In Hindi)
In this Article
मेरा परिचय पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Myself In Hindi)
मेरा परिचय पर निबंध 200-300 शब्दों में (short essay on myself in hindi 200-300 words), मेरा परिचय पर निबंध 400-600 शब्दों में (essay on myself in hindi 400-600 words), मेरा परिचय के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है (what will your child learn from myself essay).
हर व्यक्ति की अपनी नजर में एक अलग पहचान होती है। खुद के बारे में जानना और दूसरों को अपना परिचय देना भी एक दिलचस्प कला है। हर इंसान का जिंदगी जीने का अपना तरीका होता है। सभी में कुछ अच्छी और बुरी दोनों आदतें शामिल होती हैं। अपने बेहतरीन गुणों की तलाश करना और उसको सही शब्दों का चुनाव करते हुए एक निबंध लिखना थोड़ा मुश्किल होता है। व्यक्ति सबसे ज्यादा खुद को पहचानता है लेकिन उसे कोई अपने बारे में लिखने के लिए बोले तो उसका वर्णन करना मुश्किल हो जाता है। हर व्यक्ति में अच्छाइयां-बुराइयां होती हैं, लेकिन उनको सही वाक्यों का उपयोग कर के लिखना जितना आसान लगता है उतना आसान नहीं होता। इस लेख में निबंध के रूप में अपना परिचय किस तरह दिया जाना चाहिए इस बारे अलग-अलग शब्द सीमा में सैंपल दिए गए हैं। यहाँ उदाहरण के लिए रिया शर्मा नाम की लड़की का परिचय उसके ही शब्दों में प्रस्तुत किया गया है।
मेरे बारे में जानकारी चाहते हैं तो मैंने अपना परिचय 10 पंक्तियों की मदद से दिया है, आप भी इनकी मदद से अपना परिचय भी लिख सकते हैं।
- मेरा नाम रिया शर्मा है और मेरी उम्र 9 साल है।
- मेरा जन्म 15 अगस्त 2014 को उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर में हुआ था।
- मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार की रहने वाली हूं।
- मेरा एकल परिवार है, जिसमें मम्मी, पापा, भैया और मैं रहते हैं।
- मेरे माता-पिता दोनों सरकारी विभाग में काम करते हैं और मुझे बहुत प्यार करते हैं।
- मैं सेंट थॉमस स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा हूं।
- मुझे स्कूल में हिंदी और इंग्लिश विषय बहुत पसंद हैं।
- मेरे मम्मी-पापा ने मुझे सभी बड़े लोगों की इज्जत करना सिखाया है।
- मैं शाम को अपना होमवर्क करने के बाद, पार्क में पापा के साथ खेलने जाती हूं।
- मुझे खाली समय में डांस करना बहुत अच्छा लगता है।
यदि आपको अपना परिचय कुछ शब्दों में देना है तो हमारा द्वारा 200-300 शब्दों में लिखा गया ये निबंध आपकी मदद कर सकता है। इसमें वे सभी बातें मौजूद हैं, जो एक बेहतरीन निबंध लिखने में काम आएंगी। आइए एक नजर इस पर डालते हैं।
मेरा नाम रिया शर्मा है और मेरी उम्र 9 साल है। मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में 15 अगस्त 2014 को हुआ था। मैं एक मध्यवर्गीय परिवार की रहने वाली हूं। मेरे परिवार में माता-पिता और बड़ा भाई है। हम सभी लोग बहुत प्यार से और मिल-जुलकर रहते हैं। मेरे दोनों माता-पिता सरकारी विभाग में काम करते हैं। मेरी मम्मी डिफेंस में कार्यरत हैं और पिता रेलवे विभाग में काम करते हैं, जिसकी वजह से वह अक्सर घर से बाहर रहते हैं। मैं कानपुर के प्रसिद्ध सेंट थॉमस स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा हूं। मेरी दिनचर्या भी आम बच्चे की तरह है। मम्मी रोज सुबह मुझे उठाती हैं और मेरे लिए नाश्ता तैयार करती हैं। उसके बाद मैं, मेरा भैया और मम्मी साथ में नाश्ता करते हैं। जब पापा घर पर होते हैं तो वह भी हमारे साथ बैठते हैं। मेरा बड़ा भाई जो कि मुझसे 4 साल बड़ा है उसी स्कूल में पढ़ता है और हम दोनों स्कूल बस से एक साथ जाते हैं। स्कूल में मुझे बहुत मजा आती है। दोस्तों के साथ हम पढ़ाई के साथ खूब मौज मस्ती भी करते हैं। स्कूल में पढ़ाए जाने वाले सभी विषय अच्छे हैं लेकिन मेरा पसंदीदा विषय इंग्लिश और हिंदी है। घर वापस लौटने के बाद हम लोग खाना खाते हैं फिर होमवर्क करने के लिए बैठ जाते हैं। फिर शाम को जब मम्मी वापस आती हैं, तो हम बाहर पार्क में खेलने जाते हैं। मुझे डांस करने का भी बहुत शौक और जब भी मुझे मौका मिलता है तो मैं डांस करती और सीखती भी हूँ। स्कूल में डांस की कई प्रतियोगिताओं में मैंने भाग लिया और जीता भी है। मेरे माता-पिता ने मुझे सभी बड़ों का आदर करना सिखाया है और मैं उनकी बताई बातों का पूरी तरह से पालन करती हूँ।
व्यक्ति अपना परिचय जितना अच्छे से दे सकता है देता है लेकिन फिर भी कही न कहीं कमी रह जाती है। व्यक्ति के दिमाग में तो बहुत सारी चीजें चलती है लेकिन उन भावनाओं को शब्दों में बदलना और उससे बेहतरीन वाक्यों के साथ लिखना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन यदि आपको माइसेल्फ पर अच्छा निबंध लिखना है, तो नीचे लिखे निबंध का तरीका आप अपना सकते हैं और अच्छा निबंध लिखकर दूसरों को प्रसन्न भी कर सकते हैं।
मेरा व्यक्तित्व
मेरा नाम रिया शर्मा है और मेरी आयु है 9 साल। मेरा जन्म 15 अगस्त 2014 को उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में हुआ और मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हूं। मेरे परिवार में माता-पिता और बड़ा भाई है। मैं कक्षा 5 में पढ़ती हूं।
मेरा परिवार (My Family)
मेरे पिता एक सरकारी नौकरी में हैं और वह रेलवे विभाग में काम करते हैं। वह एक बड़े अधिकारी हैं और नौकरी की वजह से वह अक्सर घर और परिवार से दूर रहते हैं। लेकिन जब वह घर लौटते हैं तो मुझे और मेरे भाई को हर जगह घुमाने ले जाते हैं, अच्छा खाना खिलाते हैं, खिलौने और कपड़े दिलाते हैं और साथ ही बहुत मस्ती करते हैं। वहीं मेरी माँ भी सरकारी नौकरी करती हैं। उनका ऑफिस सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। मेरी माँ सुबह ही मेरे और भाई के लिए नाश्ता और लंच बना देती है और जब हम स्कूल से वापस आते हैं, तो मेरा बड़ा भाई खाने को गर्म करता है और हम दोनों साथ मिलकर खाते हैं। मम्मी का इंतजार करते-करते हमलोग टीवी देखते हैं या फिर होमवर्क खत्म कर लेते हैं। पापा बाहर रहते हैं इसलिए हमारा ज्यादा समय मम्मी के साथ बीतता है। मेरी मम्मी बहुत प्यारी हैं और मुझे बहुत प्यार करती हैं। वह मुझे पढ़ाती, अपने हाथों से खाना खिलाती हैं। मेरा बड़ा भाई मुझसे 4 साल बड़ा है और वह मेरे ही स्कूल में कक्षा 9 में पढ़ता है। हमारा चार लोगों का परिवार बहुत ही संतुष्ट और खुश परिवार है।
मेरी ताकत और कमजोरियां (My Strength And Weakness)
हर व्यक्ति में कुछ ताकतें और कमजोरियां तो जरूर होती हैं, तो चलिए आपको मैं अपनी ताकतों और कमजोरियों के बारे बताती हूं
- मेरा परिवार मेरी सबसे बड़ी ताकत है।
- मैं इंग्लिश और हिंदी विषय में दूसरे विषयों से अधिक सक्षम हूं।
- मैं डांस में काफी अच्छी हूं और मुझे कई पुरस्कार भी मिले हैं।
- मैं एक साहसी और समझदार लड़की हूं।
- मुझे नई रचनात्मक चीजें सीखना और बनाना बहुत पसंद है।
- मैं अपना होमवर्क हमेशा समय पर खत्म करती हूं।
- वैसे तो मैं हर काम करती हूं लेकिन कभी-कभी आलस आता है।
- मेरा गुस्सा मेरी सबसे बड़ी कमजोरी है।
- मुझे गणित विषय बिलकुल पसंद नहीं है, इसलिए उसमें नंबर कम आते हैं।
- मैं टीवी देखते में बहुत समय व्यतीत करती हूं।
मेरा पसंदीदा शौक (My Favourite Hobby)
मैं जब 4 साल की थी तबसे मुझे नृत्य में रुचि रही है। किसी को डांस करता देख मैं खुद ठुमकने लगती थी। छोटी उम्र में ही मुझे डांस का शौक हो और आज भी मुझे डांस करना बेहद पसंद है। डांस मेरी पसंदीदा हॉबी है। जब भी मुझे खाली समय मिलता है या फिर मेरा पढ़ाई करने का मन नहीं करता तो मैं टीवी पर गाने लगाकर अभिनेत्रियों की तरह डांस करने का प्रयास करती हूं। डांस मेरा पसंदीदा शौक ही नहीं बल्कि मेरा जूनून भी बन गया है। मैं अभी से ही बड़ी होकर एक अच्छी कोरियोग्राफर बनने का सपना देखती हूं। इतना ही नहीं स्कूल में जितनी भी डांस की प्रतियोगिता होती है मैं सभी में भाग लेती हूं और कई बार मुझे अवार्ड भी मिला है। मेरे डांस की हर कोई तारीफ करता है चाहे वो पापा-मम्मी हों, टीचर हों या फिर मेरे दोस्त।
अपने बारे में लिखना और बताना जितना आसान लगता है, वास्तव में होता नहीं है। अपना परिचय सही तरह से देना बहुत जरूरी है ये बच्चे के व्यक्तित्व को शुरुआत से प्रभावशाली बनाने में मदद करता है। मेरा परिचय के इस लेख से आपको कैसे अपना परिचय देना चाहिए इसकी जानकारी मिली होगी। इस लेख की सहायता से बच्चा मेरा परिचय के विषय पर खुद भी एक अच्छा निबंध लिख सकेगा।
मेरा परिचय निबंध से आपके बच्चे को अपने बारे में निबंध लिखने की प्रेरणा मिलेगी और साथ ही वह यह भी सीखेगा कि किस तरह से ऐसे निबंध की शुरुआत की जाती है। इस निबंध का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि बच्चा अपने बारे में कितना जानता है और खुद भी भावनाएं एक निबंध के रूप में व्यक्त करना कितना मुश्किल या आसान है। यदि आपके बच्चे को भी मेरा परिचय पर निबंध लिखना है तो उसे निबंध को पूरा पढ़ने के लिए जरूर कहें।
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कोरोना वायरस पर निबंध (Essay on Coronavirus in Hindi) 100 शब्दों में कोरोना वायरस जिसे आमतौर पर COVID-19 के नाम से जाना जाता है, एक संक्रामक रोग है जो मनुष्यों में श्वसन प्रणाली ...
कोवाइड-19 / कोरोना वायरस में पहले बुख़ार होता है। इसके बाद सूखी खांसी होती है और फिर एक हफ़्ते बाद सांस लेने में परेशानी होने लगती है ...
प्रस्तावना - कोरोना वायरस या Covid-19 संक्रमण ऐसी बीमारी है जिसे वैश्विक संगठन द्वारा महामारी घोषित किया गया है। नवंबर 2019 में यह चीन की लैब से निकला था, धीरे ...
इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो यह सामान्य सर्दी-जुकाम या निमोनिया जैसा होता है। इस वायरस का संक्रमण होने के बाद बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ ...
Feb 14, 2020 Hindi ... But I am One of You: Northeast India and the Struggle to Belong is a collection of several anthological essays which are an important mirror to an often unforgotten and stereotyped part of India, The Northeast. However, if there's one main takeaway from the book is that the "northeast" is a really unfortunate term ...
COVID-19: Coronavirus era teaches life lessons COVID-19: जीवन के सबक सिखाता कोरोना काल
कोरोना वायरस (COVID-19) क्या ह ै? हा ह ै । औ र बहुत ही घातक वाय . है।क्या हैं इ स बीमारी क ल क्षण? इसके लक्षण फ्ल ूसे जमलते जुलते है। कोजवड-19 / को रो ...
मॉड्यूल डी: उभरते हुए श्वसन वायरस की रोकथाम और सामना करना, जिसमें COVID-19 भी शामिल है: सीखने का कुल उद्देश्य: उभरते श्वसन वायरस के प्रकोप ...
Mythbusters: False information about COVID-19 with facts debunking these myths. Infographics and Resources: Infographics and reliable sources for information on COVID-19. Social Media Tips: How to use social media responsibly during COVID-19. Health & Well-being: Tips to manage stress and promote Physical, Mental and Social Well-being during ...
Essay On COVID-19 in 300 Words. COVID-19, also known as the coronavirus, is a serious and contagious disease that has affected people worldwide. It was first discovered in late 2019 in Cina and then got spread in the whole world. It had a major impact on people's life, their school, work and daily lives.
बुवनर्ाददी मनोसामालजक कौशि - कोविड-19 उत्रदाताओ के लिए एक गाइड. अंि र-एजेंसी स्थायी सतमति द्ा रा एक संसाधन (अंिर-एजेंसी स्था यी सतमति ...
COVID-19 सूचना (COVID-19 Information) आगंतुक आकलन चेकप्वाइंट (Visitor assessment checkpoint) आरसीएच [RCH] में प्रवेश करने से पहले सभी आगंतुकों की जाँच की जाएगी। आगंतुकों से ...
जो कोविड -19 क ो र ोक य ा ठ ीक क र स कती. हा लािंकक कुछ पक्श्चमी, पा रिंपररक या घऱेूल उपचार राहत द़े सकत़े हैं और कोववड -19 क़े ल夆́णों को क म कर ...
एफआईआई का प्रवाह बढ़ा. कोविड-19 (Covid-19) संकट को सरकारों और केंद्रीय बैंकों ने मौद्रिक और राजकोषीय उपायों (Fiscal stimulus) के साथ जवाब दिया है जो ...
कोरोना वायरस कोरोना वायरस कया है? कोरोना वायरस (covid-19) चीन और अमेररका सहित अनय देशों में वयक्त से वयक्त में फैलने वाला एक
सम्बंधित जानकारी. Essay on Holi Festival : मनभावन त्योहार 'होली' पर हिन्दी में निबंध
Writing About COVID-19 in College Essays. Experts say students should be honest and not limit themselves to merely their experiences with the pandemic. The global impact of COVID-19, the disease ...
100 Words Essay on Covid 19. COVID-19 or Corona Virus is a novel coronavirus that was first identified in 2019. It is similar to other coronaviruses, such as SARS-CoV and MERS-CoV, but it is more contagious and has caused more severe respiratory illness in people who have been infected. The novel coronavirus became a global pandemic in a very ...
COVID-19 can live on surfaces for days, but simple cleaning can kill it. COVID-19 can live on surfaces for days, but simple cleaning can kill it. COVID-19 can live on surfaces for days, but simple cleaning can kill it. Covid-19 testing and antiviral information. Covid-19 testing and antiviral information.
भारत पर निबंध 400-600 शब्दों में (Essay on India in Hindi 400-600 Words) भारत अपनी विविधताओं के लिए जाना जाता है, जैसे कि अलग-अलग भाषाएं, संस्कृति, खाना, धर्म, जाति आदि। इसके बारे में ...
कुतुब मीनार पर निबंध 400-600 शब्दों में (Essay on Qutub Minar in Hindi 400-500 Words; कुतुब मीनार के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Qutub Minar in Hindi)
Hindi Diwas Essay In 300 Words 14 September Nibandh Pdf In Hindi; 10 Lines on Hindi Diwas: हिंदी दिवस पर निबंध कैसे लिखें? ये 300 शब्द लिखकर जीत लें इनाम ... 14 September Hindi Diwas Essay in Hindi: आने वाले शनिवार यानी ...
कोरोनावायरस यह एक ऐसा संक्रमण है जिसमें व्यक्ति को सर्दी-जुकाम ...
In this Article. प्लास्टिक प्रदूषण पर 10 लाइन (10 Lines On Plastic Pollution In Hindi) प्लास्टिक प्रदूषण पर निबंध 200-300 शब्दों में (Short Essay on Plastic Pollution in Hindi In 200-300 Words)
प्रकृति पर निबंध 200-300 शब्दों में (Short Essay on Nature in Hindi 200-300 Words) अगर आपके बच्चे को प्रकृति पर छोटा निबंध लिखना है, तो नेचर पर दिया गया यह शार्ट ...
हिन्दी निबंध गद्य लेखन की एक विधा है, यहाँ आप सभी आयु वर्ग के निबंध पढ़ सकते है साथ ही निबंध लेखन भी सिख सकते है! Free Hindi Nibandh on variety of category for school going kids. Improve Hindi Essay writing skills of kids by ...
Hindi Diwas 2024 Essay in Hindi: इस बात में कोई दो राय नहीं है कि हिंदी भाषा भारतीयों की पहचान का हिस्सा है। भारत में यूं तो कई भाषाएं और बोलियां बोली जाती है लेकिन जो दर्जा ...
मोबाइल फोन पर निबंध 400-600 शब्दों में (Essay on Mobile Phone in Hindi 400-600 Words) मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है और लोग जितना भी चाहें इससे बच नहीं सकते हैं। कई ...
मेरा परिचय पर निबंध 400-600 शब्दों में (Essay on Myself in Hindi 400-600 Words) व्यक्ति अपना परिचय जितना अच्छे से दे सकता है देता है लेकिन फिर भी कही न कहीं कमी रह जाती है। व्यक्ति के ...